tag:blogger.com,1999:blog-8525728233055104202.post5948711698995898177..comments2023-12-31T11:13:55.877+05:30Comments on कविता मंच: बेवफा ज़िन्दगी .....स्नेहा गुप्ताkuldeep thakurhttp://www.blogger.com/profile/11644120586184800153noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-8525728233055104202.post-38479979384367584912015-09-30T22:49:42.630+05:302015-09-30T22:49:42.630+05:30सुन्दर शब्द रचना
सुन्दर शब्द रचना<br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/16758905606510875826noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8525728233055104202.post-3006563425141865672015-09-30T11:46:02.503+05:302015-09-30T11:46:02.503+05:30आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में"...<i><b> आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" गुरुवार 01 अक्टूबर 2015 को लिंक की जाएगी...............<a href="http://halchalwith5links.blogspot.in" rel="nofollow"> http://halchalwith5links.blogspot.in </a>पर आप भी आइएगा ....धन्यवाद! </b></i>yashoda Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8525728233055104202.post-48969983611996520382015-09-27T14:36:15.340+05:302015-09-27T14:36:15.340+05:30बहुत ही लाजवाब शेरों से सजी ग़ज़ल है ... बेमिसाल ......बहुत ही लाजवाब शेरों से सजी ग़ज़ल है ... बेमिसाल ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8525728233055104202.post-69581827508721951942015-09-27T13:23:22.745+05:302015-09-27T13:23:22.745+05:30ख़ुशी में खुश होने का भी हक दिया नहीं तूने
क्यों क...ख़ुशी में खुश होने का भी हक दिया नहीं तूने<br />क्यों करती रही हरदम ज़फ़ा ज़िन्दगी<br />...मन में ख़ुशी नहीं नहीं तो बेमजा लगती हैं जिंदगी <br /><br />..बहुत सुन्दर प्रस्तुति कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8525728233055104202.post-46004832761916193752015-09-26T17:15:00.825+05:302015-09-26T17:15:00.825+05:30आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (27-...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (27-09-2015) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "सीहोर के सिध्द चिंतामन गणेश" (चर्चा अंक-2111) (चर्चा अंक-2109) </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8525728233055104202.post-91666813349605272762015-09-26T13:01:45.882+05:302015-09-26T13:01:45.882+05:30बहुत सुंदर प्रस्तुति बहुत सुंदर प्रस्तुति Onkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8525728233055104202.post-68845034619527125042015-09-26T12:42:25.119+05:302015-09-26T12:42:25.119+05:30सुंदर रचना......
सुंदर रचना......<br />kuldeep thakurhttps://www.blogger.com/profile/11644120586184800153noreply@blogger.com