tag:blogger.com,1999:blog-8525728233055104202.post3111309507184206611..comments2023-12-31T11:13:55.877+05:30Comments on कविता मंच: ये दुनिया (ग़ज़ल)kuldeep thakurhttp://www.blogger.com/profile/11644120586184800153noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-8525728233055104202.post-55503778613831991042016-03-29T08:29:14.439+05:302016-03-29T08:29:14.439+05:30Thanks allThanks allHiteshhttps://www.blogger.com/profile/10844325956806996104noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8525728233055104202.post-31980542730964218002016-03-28T21:23:37.178+05:302016-03-28T21:23:37.178+05:30आपने लिखा...
कुछ लोगों ने ही पढ़ा...
हम चाहते हैं ...आपने लिखा...<br />कुछ लोगों ने ही पढ़ा...<br />हम चाहते हैं कि इसे सभी पढ़ें...<br />इस लिये आप की ये खूबसूरत रचना दिनांक 29/03/2016 को <a href="https://www.halchalwith5links.blogspot.com" rel="nofollow">पांच लिंकों का आनंद</a> के<br /> अंक 256 पर लिंक की गयी है.... आप भी आयेगा.... प्रस्तुति पर टिप्पणियों का इंतजार रहेगा।<br />kuldeep thakurhttps://www.blogger.com/profile/11644120586184800153noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8525728233055104202.post-42729568106258535692016-03-28T17:09:47.411+05:302016-03-28T17:09:47.411+05:30. कुछ देर जरूर अच्छा नहीं लगता लेकिन जो दुनिया की .... कुछ देर जरूर अच्छा नहीं लगता लेकिन जो दुनिया की परवाह किये बिना अपना काम करते रहते हैं वे सुखी रह पाते हैं वर्ना जो दुनिया की बातों में एक बार आ गए तो फिर वह उसी में फंस के रह जाता है। . <br />बहुत अच्छी रचना कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8525728233055104202.post-20917255130438693382016-03-28T16:24:10.078+05:302016-03-28T16:24:10.078+05:30Thanks JiThanks JiHiteshhttps://www.blogger.com/profile/10844325956806996104noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8525728233055104202.post-38209371827685631342016-03-28T16:11:48.706+05:302016-03-28T16:11:48.706+05:30आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (29...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (29-03-2016) को <a href="http://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow"> "सूरज तो सबकी छत पर है" (चर्चा अंक - 2296) </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'<br />डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com