ब्लौग सेतु....

8 दिसंबर 2017



**रमेशराज की तेवरी**
-----------------------------------
तेरा मन विष की पुड़िया है
तू देगा मिसरी घोल, मत बोल |
तू करे न सीता की रक्षा
तेरा रावण का रोल, मत बोल |
बल निर्बल को देती करुणा
होती है घृणा अमोल, मत बोल |
तू सिर्फ बिकाऊ चीज बना
तू क्या खोलेगा पोल, मत बोल |
तू खुद है एक पहेली-सा
देगा उत्तर तू गोल, मत बोल |

+रमेशराज      

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

स्वागत है आप का इस ब्लौग पर, ये रचना कैसी लगी? टिप्पणी द्वारा अवगत कराएं...