तेरे आने से रोशन मेरा जहाँ हो गया
तेरे प्यार से महकता आशियाँ हो गया .....
तेरी आदाएं कोमल तितली सी है
तेरे आने से मेरा जीवन गुलिस्ताँ हो गया....
रंग इतने लाई है तू जीवन में मेरे
की अब हर शमाँ रंगीन हो गया ....
सादगी तेरे व्यवहार की ऐसी मनमोहक है
की मै तो तुझमे ही खो गया .....
यूँ शुभ कदमों से तू मेरे घर आई है
की मेरा घर , अब घर नहीं जन्नत हो गया .....
भोर की पहली किरण के साथ ही
तेरा मधुर आवाज में कृष्ण को पुकारना
मेरा मंदिर , मंदिर नहीं गोकुलधाम हो गया ......
हे प्रिय, हे गंगा, हे तुलसी, हे लक्ष्मी
और किस - किस नाम से पुकारूँ मै तुझे
तेरी भोली सीरत पर मै तो फ़ना हो गया...
तेरे आने से रोशन मेरा जहाँ हो गया
तेरे प्यार से महकता आशियाँ हो गया ....!
-- रीना मौर्या
कविता मंच पर मेरी रचना शामिल करने का शुक्रिया
जवाब देंहटाएं:-)
बहुत खुबसूरत कविता है !भावपूर्ण है !
जवाब देंहटाएंखुबसूरत कविता
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंतेरे आने से रोशन मेरा जहाँ हो गया
जवाब देंहटाएंतेरे प्यार से महकता आशियाँ हो गया ...
. यूँ ही महकता रहे आशियाँ ..
बहुत सुन्दर प्यारी रचना ..
वाब .. भावभीनी रचना .... प्रेम का एहसास लिए ...
जवाब देंहटाएंप्रेम की खूबसूरती लिए सुन्दर रचना...
जवाब देंहटाएंएक सच्ची कविता---
जवाब देंहटाएंhttp://savanxxx.blogspot.in