कभी प्रेम
कभी रिश्ता कोई
बन गया हमनवां जब
तुमने जिंदगी को
हँस के गले लगाया
तो ज़रूर होगा !
...
मांगने पर भी
जो मिल न पाया
ऐसा कुछ छूटा हुआ
बिछड़ा हुआ कभी न कभी
याद आया तो ज़रूर होगा !!
...
कोई शब्द जब कभी
अपनेपन की स्याही लिए
तेरा नाम लिखता हथेली पे
तुमने चुराकर नज़रें
वो नाम पुकारा
तो ज़रूर होगा !!
लेखक परिचय - सदा
कभी रिश्ता कोई
बन गया हमनवां जब
तुमने जिंदगी को
हँस के गले लगाया
तो ज़रूर होगा !
...
मांगने पर भी
जो मिल न पाया
ऐसा कुछ छूटा हुआ
बिछड़ा हुआ कभी न कभी
याद आया तो ज़रूर होगा !!
...
कोई शब्द जब कभी
अपनेपन की स्याही लिए
तेरा नाम लिखता हथेली पे
तुमने चुराकर नज़रें
वो नाम पुकारा
तो ज़रूर होगा !!
लेखक परिचय - सदा
आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" गुरुवार 17 नवम्बर 2016 को लिंक की गई है.... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंउम्दा रचना।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर...
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