ख़ामोश अदा चेहरे की ,
व्यंगपूर्ण मुस्कान
या ख़ुद को समझाता तसल्ली-भाव....?
आज आपकी डबडबाई आखों में
आयरिस के आसपास,
तैरते हुए चमकीले मोती देखकर.....
मेरे भीतर भी कुछ टूटकर बिखर-सा गया है ......!
ज़ार-ज़ार रोती आँखें
मुझे भाती नहीं ,
आँखें हैं कि शिकायती-स्लेट
बनने से अघाती नहीं।
आपका कभी आँचल भीगता है
कभी मेरा रुमाल ,
बह जायें आँसू फिर देखिये
चंचल नयनों के कमाल।
किसी दामन में सर झुकाकर
सुकूं मिलता है भरी आँखों को ,
क़लम कहाँ लिख पाती
पाकीज़गी-ए-अश्क़ के उन ख़्यालों को।
आप मेरे दिल में उतरे
मैं आपके दिल में ,
गुफ़्तुगू ख़ूब हुई
दो दिलों की महफ़िल में।
तड़प के सिवाय कुछ मिला क्या .... ?
खनकते एहसास लिए
तमन्नाओं का हसीं कारवाँ मिला ,
तभी तो चल पड़ा
इश्क़ का नाज़ुक-सा सिलसिला।
मैं अपनी गुस्ताख़ी
ढूँढ़कर ही रहूँगा
ख़ज़ाना-ए-दिल बहने का
सबब तलाश कर ही लूँगा।
क्योंकि आपने आज मुझे टफ टास्क दिया है -
"दिल में ऐसा क्या चुभता है
कि ज़ुबाँ चुप रहती है ,
आँखें बयाँ करती हैं ?"
कब से हम खुलकर मुस्काये नहीं
गए वक़्त की रुस्वाइयाँ बयां करती हैं ,
चेहरे पर उदासी का पहरा
और झुकी-झुकी पलकें
बे-रूखी का क़िस्सा बयां करती हैं।
है हार क़ुबूल मुझे
रणछोड़दास जी का
पथ अनुगमन करता हूँ ,
चेहरे पर खिली तबियत हो
ईष्ट को नमन करता हूँ।
बस यही दुआ और इल्तिजा करता हूँ -
ज़िन्दगी को जीभर खिलने-मुस्कराने दो अब ,
सपनों में भी आँसुओं को न ज़ाया होने दो अब।
#रवीन्द्र सिंह यादव
शब्दों के अर्थ /पर्यावाची / WORD MEANING
आयरिस = आँख की पुतली / IRIS / PUPIL
पाकीज़गी-ए-अश्क़ = आँसुओं की पवित्रता / PURITY OF TEARS
ख़ज़ाना-ए-दिल = आँसू / TEARS
गुस्ताख़ी = ढिठाई , बे-अदबी ,अशिष्टता /ARROGANCE
टफ टास्क = कठिन, चुनौतीभरा कार्य / TOUGH TASK
रुस्वाइयाँ= बदनामियाँ / DISGRACES
रणछोड़दास = श्रीकृष्ण / LORD KRISHNA
शब्दों के अर्थ /पर्यावाची / WORD MEANING
आयरिस = आँख की पुतली / IRIS / PUPIL
पाकीज़गी-ए-अश्क़ = आँसुओं की पवित्रता / PURITY OF TEARS
ख़ज़ाना-ए-दिल = आँसू / TEARS
गुस्ताख़ी = ढिठाई , बे-अदबी ,अशिष्टता /ARROGANCE
टफ टास्क = कठिन, चुनौतीभरा कार्य / TOUGH TASK
रुस्वाइयाँ= बदनामियाँ / DISGRACES
रणछोड़दास = श्रीकृष्ण / LORD KRISHNA
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