युग नया जो आया संदेश दे रहा है
युग नया जो आया संदेश दे रहा है।
दुख के दिन बीते, देश बढ़ रहा है।।
अच्छे दिन तो जैसे आ ही गये हैं।
मोदी युग-नायक से छा ही गये हैं।।
सपनों को अब मिल गयी हैं राहें।
खुल गयीं हैं विकास की भी बाहें।।
हर दिशा में अब नव उल्लास होगा।
अब तो हर पल बस विकास होगा।।
दुनिया के सारे नेता साक्षी बने हैं।
सेवक मोदी देश नायक जो बने हैं।।
वे देश की दशा को संवारने चले हैं।
जानते हैं दुख, गरीबी में जो पले हैं।।
हे जगत के नियंता तुम साथ-साथ रहना।
बदले भारत- भाग्य इतना करम तो करना।।
सदियों से दुख भोगा,शोषित रहे जो वंचित।
उनको न तोड़ना, सपने जो इनके संचित।।
आसेतु हिमालय, ये देश खिल गया है।
सच्चा देश नायक, उसे मिल गया है।।
उनको है भरोसा वह कर दिखायेगा।
इस देश में वह रामराज्य लायेगा।।
दृढ़प्रतिज्ञ है वह, इरादे का अटल है।
नजर में उसकी अब विश्व पटल है।।
दुनिया में फिर भारत का मान होगा।
उसकी प्रतिभा का फिर सम्मान होगा।।
प्राची में उग गया है नवल नव दिवाकर।
समता के प्रकाश से भर जायेगा घऱ-घर।।
मोदी है जिसका नाम, है सच्चा सिपाही।
उसका हर इक कदम दे रहा है गवाही।।
संस्कृति का हामी, भारत मां की संतान है।
वाणी में है भारत, सांसों में हिंदोस्तान है।।
विष-बोल उसने झेले, अविचल रहा हमेशा।
क्या आपने कभी हिम्मती है देखा ऐसा।।
मुदित होगा भारत मोदी जो आ गये हैं।
हर दिल में बन उम्मीद जो छा गये हैं।।
बस यही है प्रार्थना प्रभु आप साथ देना।
पुण्यभूमि भारत को गौरव उसका देना।।
-राजेश त्रिपाठी
सुन्दर प्रस्तुति !
जवाब देंहटाएंnew post ग्रीष्म ऋतू !
प्रसाद जी आपका आभार। ऐसे ही बनाये रखिएगा प्यार। आपके प्रोत्साहन हैं बड़ा संबल। य़े देते हैं नया कुछ लिखने का बल।
हटाएंसुन्दर सन्देश...
जवाब देंहटाएंवाणभट्ट जी नमस्कार। मेरे विचारों को सराहने के लिए आभार।
हटाएंबहुत ही उम्दा रचना।
जवाब देंहटाएंधन्यवाद भास्कर जी। मेरे विचार आपको भाये।
हटाएंभावपूर्ण रचना |
जवाब देंहटाएंआशा जी आपको धन्यवाद। आपकी सराहना के लिए आभार। इससे हमारा उत्साह बढ़ता है।
हटाएंधन्यवाद, आभार शास्त्री जी। इसी तरह आशीर्वाद बनाये रखिएगा।
जवाब देंहटाएंकुलदीप जी नमस्कार। ये तो है आपका प्यार। आपका यह प्रोत्साहन हमारा हौसला बढ़ता है।
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