न्यूज पोर्टल का “साप्ताहिक राशिफल” सेक्शन खूब हिट हो रहा था। कोई ऐसा दिन नहीं था, जब दो-चार ई-मेल न आते हों। पाठकों की जबर्दस्त प्रतिक्रिया को देखते हुए वेबसाइट के होमपेज पर “राशिफल” को थोड़ा हाईलाइट किया गया।
एक दिन कॉपी एडिटर राधेश्याम ने बॉस को बताया कि पंडित चतुरानन चतुर्वेदी के यहाँ से अभी तक राशिफल नहीं आया है। आमतौर पर राशिफल की कॉपी शुक्रवार तक दफ्तर में पहुँच जाती थी। राधेश्याम हस्तलिखित राशिफल को कंपोज करता, फिर उन्हें एडिट करके हर वीकेंड साइट पर अपलोड किया करता था। बॉस ने पंडित चतुरानन के यहाँ फोन करवाया तो पता चला कि आउट ऑफ स्टेशन हैं। बॉस ने खीझते हुए कहा, इसका भी भाव बढ़ता जा रहा है, लगता है कॉन्ट्रैक्ट तोड़ना पड़ेगा। फिर चुटकी बजाते हुए बोले, "यार राधेश्याम, एक काम करो। दो चार महीने पुराना राशिफल उठाओ, भाषा में थोड़ा फेरबदल करो और अपलोड कर दो।"
धश्याम ने वैसा ही किया। अगले हफ्ते फीडबैक और जबर्दस्त था। इस सेक्शन पर कई गुना ज्यादा “हिट”पड़े । ई-मेल की संख्या भी बढ़ी थी, जिनमें से कई में सटीक भविष्यवाणी के कसीदे पढ़े गए थे।
कुछ दिनों बाद फिर ऐसा हुआ कि पंडित चतुरानन चतुर्वेदी समय पर राशिफल नहीं भेज पाए। इस बार राधेश्याम को एक नया आयडिया सूझा। उसने पिछले महीने का राशिफल उठाया। राशियों का भाग्यफल परस्पर बदलते हुए मेष की जगह कर्क, तुला की जगह मिथुन और कुंभ की जगह धनु की भविष्यवाणियाँ “कट एण्ड पेस्ट” कर दीं। बिल्कुल नया राशिफल तैयार था।
कुछ दिनों बाद बेहतर फीडबैक और साइट की बढती रेटिंग को देखते हुए “साप्ताहिक राशिफल” को बदलकर “आज का राशिफल” कर दिया गया। अब यह सेक्शन रोजाना अपडेट होने लगा।
-प्रमोद राय
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल गुरूवार (06-07-2017) को "सिमटकर जी रही दुनिया" (चर्चा अंक-2657) पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
हाहाहा ! बहुत बढ़िया
जवाब देंहटाएंजय हो
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