||
तेवरी ||
बदगुमाँ
पहले न था ऐसे ज़ेहन कश्मीर का |
नफरतों
से भर रहा तू पाक मन कश्मीर का |
फिर किया
घायल इसे तेरी सियासी चाल ने
पड़ रहा
हमको सुनायी फिर रुदन कश्मीर का |
जो उठाये
आँख इस पर फोड़ दें हम आँख वो
हमसे रक्षा
का जुड़ा है हर वचन कश्मीर का |
+रमेशराज
बहुत ही अच्छा आर्टिकल है इअसे ही आर्टिकल पब्लिश करते रहें
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