ब्लौग सेतु....

18 मई 2017

वर्णिक छंद में तेवरी




|| वर्णिक छंद में तेवरी ||
+राजभा राजभा राजभा राजभा +
 छंद से मिलती जुलती बहर फ़ायलुन फ़ायलुन फ़ायलुन फ़ायलुन
.........................................................................
आपने नूर की क्या नदी लूट ली
गीत के नैन की रोशनी लूट ली |

क्या यही आपकी है समालोचना
शब्द के अर्थ की ज़िन्दगी लूट ली |

ऐ कहारों कहो क्या हुआ हादिसा
आपने तो नहीं पालकी लूट ली |

पांडवो आज भी आपकी भूल से 
कौरवों ने सुनो द्रौपदी लूट ली |

+रमेशराज

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